मिठाई व्यवसायी की फांसी से झूलती मिली लाश
दुबौलिया बस्ती। दुबौलिया थाना क्षेत्र के चिलमा बाजार के सैनिया चौराहे के प्रतिष्ठित मिठाई व्यवसायी राजेन्द्र सिंह ने सुबह 6 बजे के करीव मॉर्निंग वॉक से वापस घर आ कर संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर जान दे दी । सुबह काफी देर तक इंतजार करने के बाद उनका बेटा नये मकान पर पहुंचा तो देखा तो अन्दर से दरवाजा बन्द था। वह अपने माता को लेकर पहुंचा तो देखा अन्दर से दरवाजा बन्द था। दोनों लोगों सीढ़ी लगाकर अन्दर देखा तो दंग रह गये। घटना की जानकारी दुबौलिया पुलिस को दी। मौके पर फोरेसिंक टीम के साथ पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतार कर पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
दुबौलिया थाना क्षेत्र के पारा गांव निवासी राजेन्द्र सिंह उर्फ नरेन्द्र सिंह पुत्र बासदेव सिंह 70 वर्ष सुबह साइकिल से मार्निंग वाक करके नये मकान सैनिया ऊंजी मार्ग पर पहुंचकर अन्दर सीढ़ी लगाकर छ्त पर पहुंच कर लोहे की पाइप में नाइलान की रस्सी से फंदा लगाकर झूल गए। नाश्ता करने के लिए परिवार के लोग इंतजार करने लगे तो देर देखकर उनका छोटा बेटा अजीत सिंह सैनिया चौराहे पर मिठाई की दुकान पर पहुंचा तो देखा दरवाजा अन्दर से बन्द है। उसने तुरन्त अपनी माता उर्मिला सिंह के साथ पहुंचकर सीढ़ी से चढ़कर अन्दर देखा तो अवाक रह गए। घटना इलाके में तेजी के साथ फैलने से लोगों की भीड़ लगी रही। राजेन्द्र सिंह के दो बेटे है बड़ा बेटा मनोज सिंह कानपुर में मिठाई की दुकान चलाता है। छोटा बेटा अजीत सिंह सैनिया चौराहे पर पिता के साथ रहता था। सैनिया चौराहे वाले मकान पर राजेन्द्र सिंह अपनी पत्नी उर्मिला सिंह व बेटे अजीत सिंह व पतोहू के साथ रहते थे।
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