अखबार व्यावसायिक उत्पाद नहीं होते और पाठक भी महज उपभोक्ता नहीं

‘‘आज का आतंक’’ पूर्ण किया 14 वर्ष का सफर 17 अक्टूबर 2009 में जब ‘‘आज का आतंक’’ का प्रकाशन शुरू हो रहा था तो हमारे पास सिर्फ साहस था, आप पाठकों एवं शुभचिंतकों ने अपना विश्वास जताया। आपके विश्वास की ताकत से ‘‘आज का आतंक’’ ने बस्ती मण्डल में पत्रकारिता की दिशा बदली और ऊंचाइयों के नए आयाम को हासिल किया। ‘‘आज का आतंक’’ की सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण ताकत उसका पाठक वर्ग है। हमने अपने पाठकों के हित को सर्वोपरि रखते हुए 14 वर्ष का सफर पूर्ण किया है। उम्मीद ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि पाठकों के विश्वास रूपी ताकत ‘‘आज का आतंक’’ परिवार के साथ भविष्य में यूं ही बनाए रखेगी। ‘‘आज का आतंक’’परिवार उन सबका धन्यवाद करता है जिन्होंने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से अच्छे और विषम परिस्थितियों में साथ दिया है। अखबार लोकचेतना का वाहक और लोकहितों का रखवाला हो तो ही लोगों का लाड़ला होता है। अखबारों की सफलता, ताकत या दौलत केवल अंतहीन अर्थ की प्राप्ति नहीं बल्कि लोगों की वैचारिक भूख को बनाए रखने में होती है। अखबार व्यावसायिक उत्पाद नहीं होते और पाठक भी महज उपभोक्ता नहीं । 14 वर्ष से निष्ठा, कर्मठता, लगन, धैर्य और साहस का अद्भुत संघर्ष व समर्पण करके मैंने और मेरे साथियों ने अपनांे का विश्वास हासिल किया, पाठकों के प्रति जो जुनून, जज्बा और जिम्मेदारी थी उसका निर्वहन हमारी जवाबदारी रही, हमने सत्य को स्वीकारा, समझौतों को नकारा, हमने निर्भीकता को स्वीकारा, दुर्बलता को नकारा, हमने निष्पक्षता का पक्ष लिया और चाटुकारिता को लताड़ा, यह सब इसलिए संभव था, क्योंकि हमारे पास पाठकों की ताकत थी ,हर हिमाकत की हिम्मत थी, हर जुल्म से टक्कर लेने का जज्बा था और सच लिखने की हसरत थी, क्योकि हमारा उदेश्य व्यक्ति से नहीं व्यवस्था से संघर्ष करने का है व्यक्ति को बदलने के बजाय उसके विचारों को बदलने का हम प्रयास करते है ,हमारा मानना है कि किसी के गलत कामों को नकारो तो उसकी अच्छाई को भी स्वीकारो, कलम से जिसका अभिमान उतारो, उसका मान भी संवारो, जब हम सामथ्र्यवान का मान और चरित्र को पवित्र करने की क्षमता रखने लग जायेगेे, तब वह समाज के लिए संस्कार बन जायेगा ।
‘‘आज का आतंक’’परिवार संसाधनों के अभावों के बावजूद बस्ती मण्डल एवं आस-पास के जनपदों में अपनी जगह बनायी, यह सब कुछ संभव हो पाया, साथियों कीे मेहनत पाठकों का स्नेह और समर्थन के कारण हर पग पर ‘आज का आतंक’’ परिवार के सदस्यो ने ताकत दी, सुझाव दिये, भटके तो चेताया.सावधान किया और अनेक सूचनाएं दी, जिनके बल ‘‘आज का आतंक’’ ने बस्ती मण्डल में आलोचानात्क पत्रकारिता की शुरूआत की और आज करीब बस्ती मण्डल एवं आस-पास के जनपदो में 20 हजार पाठको के बीच पढ़ा जाता है । प्रकाशन के शुरूआत से ही ‘‘आज का आतंक ’’ समाज के शासकवर्ग के बदले सामान्य आदमी की पत्रकारिता का महत्व दिया ् आसपास हो रहे अच्छे कामों को फोकस कर, नयी पहल की पर शासन की अंदरूनी अव्यवस्था के अनेक ऐसे प्रकरण भी उजागर किये, जो बस्ती मण्डल की राजनीति में बदलाव की धुरी बने् साहस के साथ पत्रकारिता पर बिना किसी निजी राग.द्वेष या बैर के पत्रकारिता में नये प्रयोगों के असंख्य प्रकरण हैं, जिनकी शुरुआत का श्रेय ‘‘ आज का आतंक ’’ को रहा, इस लंबी यात्रा में अनेक लोग रहें, जो आज सेवानिवृत्त हैं या अन्य जगहों पर है, पूर्व सूचना अधिकारी श्री दशरथ प्रसाद यादव,श्री बलराम चैबे,श्री सुरेन्द्र नाथ द्विवेदी,श्री फतेहबहादुर पाण्डेय,श्रीमती विनीता पाण्डेय,श्री सलामुद्दीन कुरैसी,श्री अरूण देव सिंह,अनूप मिश्रा, जैसे लोगो की उल्लेखनीय भूमिका ‘‘आज का आतंक’’ नींव को पुख्ता करने में निर्णायक रही है । आज इस यात्रा में ‘आज का आतंक’’ परिवार के करीब 40 सदस्यांे ने मिलकर पाठक संसार से आत्मीयता का, साख का वह रिश्ता बनाए जिसने ‘‘आज का आतंक’’ को इस मुकाम तक पहुंचाया, समय के साथ अखबार के विषय वस्तु में बदलाव, हर वर्ग को जोड़ने की कोशिश और एक सार्थक पत्रकारिता की प्रेरणा लगातार पाठकों से मिलती रही आगे भी इसी पूंजी के बल यह अखबार नयी पहल, नये विषय.वस्तु के साथ आपके बौद्धिक संसार को प्रखर बनाने की भूमिका में रहेगा,् इस यात्रा में कभी गलतियां भी हुईं, पर हमने तुरंत पाठकों को बताया, सार्वजनिक किया, आज भी कभी.कभार गलतियां होती हैं, भविष्य में ऐसा न हो, इसके लिए हम कदम उठाते हैं, आज हम स्मरण करते हैं, धन्यवाद देते हैं, आभार प्रकट करते हैं, पाठको विज्ञापनदाताओं के प्रति, जो 14 वर्ष की इस यात्रा में हर क्षण साथ, सहयोग और सार्थक सुझाव नहीं दिये होते, तो यह यात्रा पूरी नहीं होती । आपके आशीष की लाखों कामनाओं के साथ हम आज 15 वें वर्ष में प्रवेश करने जा रहे हैं,मेरा एवं साथियों का प्रयास होगा कि अखबार 08 पेज के स्टैन्र्ड साईज में जल्द शुरू हो एवं डीजटल पेलटफार्म पर आकर समाचारों को तेज गति सें सच एवं विश्वसनीय खबरों को प्रसारित करने मे सक्षम हो, आज हम बस्ती मण्डल के तीनो जिलों में बस्ती,संत कबीर नगर,सिद्धार्थनगर, में अखबार में प्रकाशित सच खबरों एवं साथियों के प्रयास से ‘‘आज का आतंक’’ की लोकप्रियता बढ़ी है, पन्द्रहवें वर्ष में हमारा प्रयास होगा कि महराजगंज, फैजाबाद,अम्बेडकर नगर जनपदो में समाचार-पत्र का प्रसार एवं लोकप्रियता बढ़े । आप सभी शुभचितंकों, पाठकों,विज्ञापनदाता एवं आज का आतंक परिवार के सदस्य यूं ही पलक-पांवड़े बिछाए रखना, भरोसा रखना और हौसला देते रहना । -दिलीप चन्द्र पाण्डेय

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