प्रधान और सचिव की मिलीभगत से मानक विहीन सी0सी0 रोड का हो रहा निर्माण कार्य
- हनुमानगंज रोड से पंचायत भवन विशुनपुर तक सी0सी0रोड में घटिया सामग्री का हो रहा प्रयोग
- घटिया सामग्री का प्रयोग होने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त
- प्रधान और सचिव द्वारा बाहरी मजदूरों से कराया जा रहा है कार्य

- ग्राम पंचायत विशुनपुर मे बन रहा आर0सी0सी0 रोड अनिमियता का पूर्ण रूप से हो रहा शिकार
सल्टौआ बस्ती-बस्ती जिले के विकासखंड सल्टौआ के अंतर्गत ग्राम पंचायत विशुनपुर में कई लाख की लागत से हनुमानगंज रोड से पंचायत भवन विशुनपुर तक आर0सी0सी0 रोड का मानक बिहीन निर्माण कार्य हो रहा है।
प्राप्त समाचार के अनुसार विकास खंड सल्टौआ के अंतर्गत ग्राम पंचायत विशुनपुर मे हनुमानगंज रोड से पंचायत भवन विशुनपुर तक प्रधान वेद प्रकाश चौधरी द्वारा आरसीसी सड़क निर्माण कार्य मे पीले ईंट का प्रयोग किया जा रहा है एवं पीले ईट को तोड़कर रोड़े के रूप में प्रयोग किया जा रहा है जो शासनादेश के खिलाफ है । प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश का दावा करती है। सरकार के लाख प्रयासों के बाद भी भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद है। प्रधान वेद प्रकाश चौधरी और सचिव द्वारा ग्राम पंचायत विशुनपुर में जमकर लूट कर रहे है। गुणवत्ता विहीन आरसीसी सड़क निर्माण कार्य होने से ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों ने कहा कि ग्राम प्रधान एवं सचिव ब्लॉक अधिकारियों से मिलकर मानक विहीन सड़क का निर्माण कार्य करवा रहे है
और ग्राम पंचायत के विकास कार्यों के बहाने सरकारी धन को लूटने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। शिकायत करने पर ब्लॉक अधिकारियों द्वारा मात्र जांच के नाम पर धन उगाही करते हैं और रिपोर्ट लगाने में लीपापोती करते हैं जिसे भ्रष्टाचार करने में ग्राम प्रधान और सचिव के हौसले बुलंद है । ग्राम प्रधान और सचिव के कार्यों से सरकार की मंशा पर पानी फिर रहा है।
ग्राम प्रधान द्वारा आरसीसी रोड का निर्माण कार्य हनुमानगंज रोड से पंचायत भवन विशुनपुर तक बाहरी ( दिहाड़ी ) मिस्त्री एवं बाहरी मजदूरों से कार्य कराया जा रहा है। प्रधान द्वारा मिस्त्री को ₹600 एवं मजदूर को ₹300 दिया जा रहा है जो शासनादेश के खिलाफ है । क्योंकि सरकार द्वारा मनरेगा मजदूरों की प्रतिदिन की मजदूरी 213 रुपये निर्धारित है। ग्रामवासियों का कहना है कि बजरी की जगह डस्ट इस्तेमाल किया जा रहा है और सीमेंट भी बहुत कम मात्रा में डाला जा रहा है , जिससे रोड बनने के कुछ समय बाद ही उखड़ जाएगा। आरसीसी रोड के किनारे पट्टी की में भी थर्ड क्वालिटी के मसाले का प्रयोग किया गया है अर्थात बिना मोरंग के चुनाई करायी जा रही है । यहां प्रकाश डालना जरूरी हो जाता है कि जब सीसी रोड निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग होने से ग्रामीण असंतुष्ट है। यदि प्रधान द्वारा इसी तरह से बाहरी मजदूरों से घटिया सामग्री मानक विहीन निर्माण कार्य कराया जाएगा तो प्रदेश सरकार की भ्रष्टाचार मुक्त अभियान का सपना कैसे पूरा होगा , अपने आप में एक बड़ा सवाल है। पूरे मामले को लेकर जब संवाददाता द्वारा सल्टौआ खंड विकास अधिकारी सुशील कुमार पांडे से फोन के माध्यम से जानकारी लेने के लिए संपर्क किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया ।
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