UP मेरठ , मेरठ में परतापुर थाना क्षेत्र के काजमाबाद गून स्थित श्मशान घाट से मंगलवार शाम एक आदमखोर को ग्रामीणों ने दबोचकर पुलिस को सौंप दिया। यह आरोपी श्मशान घाट की मिट्टी खोदकर मानव अस्थियां निकालकर खा रहा था। उसके कब्जे से कई बच्चियों के कपड़े, जूते, नींबू, सिंदूर और आपत्तिजनक सामान बरामद हुआ है।
काजमाबाद गून गांव निवासी विपिन कुमार शर्मा ने पुलिस को बताया कि उनके पिता रिटायर्ड इंस्पेक्टर ब्रह्म सिंह शर्मा का बीमारी के चलते देहांत हो गया था। उनका अंतिम संस्कार मंगलवार शाम गांव के बाहर बने श्मशान घाट पर किया गया था। अंतिम संस्कार करने के बाद परिवारजन वापस चले गए थे। लेकिन श्मशान घाट पर बाल्टी भूल गए थे। कुछ देर बाद परिवारजन बाल्टी को शमशान घाट लेने पहुंचे तो वहां का नजारा देखकर उनके होश उड़ गए। जिस समय ब्रह्म सिंह शर्मा का अंतिम संस्कार किया गया, वहां एक व्यक्ति मानव अस्थियां मिट्टी से खोदकर खा रहा था। ग्रामीणों ने उसे दबोच लिया।
विपिन शर्मा ने बताया कि वे पिता के शव को अग्नि देकर चले गए थे। लेकिन उनकी छाती नहीं जली थी। हमने छाती को मिट्टी में दबा दिया था। उसके बाद फिर श्मशान घाट देखने गए तो उक्त व्यक्ति को मिट्टी खोदकर पिता की छाती खाते देखा तो सभी हतप्रभ रह गए। इस बीच सूचना पर परतापुर पुलिस पहुंच गई। ग्रामीणों ने आरोपी को पुलिस के सुपुर्द कर दिया।इंस्पेक्टर आनंद प्रकाश मिश्रा ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम शिव सिंह उर्फ जकार सिंह निवासी गौरीपुर सुल्तानपुर बताया। आरोपी ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि वह मिट्टी में दबे मानव अवशेष को निकालकर खा रहा था। आरोपी से विस्तृत पूछताछ की जा रही है।
पोटली का रहस्य क्या है
पुलिस के अनुसार आरोपी के पास से एक कपड़े की पोटली मिली। जिसमें बच्चियों के कपड़े, जूते चप्पल, नींबू व कई आपत्तिजनक वस्तुएं मिलीं। इससे माना जा रहा है कि कहीं यह आदमखोर बच्चों के शव तो जमीन खोदकर नहीं निकाल रहा था। आरोपी से सख्ती से पूछताछ की जाए तो कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।
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