जंगली जानवर के डर से आलू खेती बस्ती में नही करते किसान !,जिला प्रशासन नही चेता तो आलू के लिए मचेगा हाहाकार

बस्ती। कोरोना संक्रमण की परेशानी से सब्जी बाजार बेजार है। बाहर से आने वाली सब्जियों की आवक घटने और मांग बढ़ने से दुकानदारों ने कीमत में मनमानी बढ़ोतरी कर दी है। प्रधानमंत्री के पूरे भारत को लॉकडाउन की घोषणा होने के बाद  लोग  जरूरत से ज्यादा मात्रा में खरीदारी कर रहे हैं। यहां तक लोग सब्जियों के लिए मुंहमांगी कीमत देने को तैयार हैं।


 अब तक हरी सब्जी, प्याज की कीमतों में उछाल आने के बाद भी कई घरों की रसोई चलती रही थी क्योंकि आलू का रेट नॉर्मल था।   पिछले दो दिनों में थोक मंडी बन्द होने से फुटकर व्यापारियों  ने 30 से 35 रूपये किलो बेच रहे है 


किसानों का कहना कि जंगली जानवर के डर से यहां किसान आलू की खेती बहुत कम करते है बाहर से आलू आ नही पा रहा है उसके कारण आलू के मूल्य में बृद्धि हो रही है  अगर स्थिति जस की तस रही तो रेट और भी बढ़ जाएगा और  चार दिनों बाद आलू के लिए लोगों को तरसना पड़ सकता है।


 सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार जिलाधिकारी बस्ती का कहना है कि कोरोना वायरस के कारण जिले में लाकडाउन लागू किया गया है तथा वाहनों के आवागमन पर रोक लगायी गयी है परन्तु जिले के आलू उत्पादक किसानों का आलू कोल्ड स्टोरेज में भण्डारण के लिए ट्रक/टैªक्टर ट्राली/पिकअप अथवा आन्य वाहन को इस दौरान कोल्ड स्टोरेज आने-जाने की अनुमति रहेंगी। 


 


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