बच्चा फेकने के जुर्म में पति पत्नी हिरासत में

यमुनानगर।  हरियाणा के यमुनानगर में मां अपने बटे को जा रही थी फेकने  , लेकिन ईश्वर से बड़ा कोई भी नही है मां हार गयी !  ईश्वर के खेल निराले है जो वह चाहता है वही होता है  ! हरियाणा के यमुनानगर में चार दिन के मासूम को उसकी मां फेंकने के लिए मां 25 किलोमीटर दूर चली आई। युवती के साथ उसका पति भी था। दोनों के प्रेम विवाह को चार महीने हुए ही हैं कि बच्चे का जन्म हो गया जिसके बाद पति ताना देने लगा कि बच्चा उसका नहीं है। पति का कहना है कि बच्चे का पिता उसका 15 साल का छोटा भाई है। बच्चे की मां ने भी इस बात को स्वीकार किया। बच्चा यमुनानगर के सिविल अस्पताल में पैदा हुआ और उसको फेंकने के लिए दंपति शहर से 25 किलोमीटर दूर सरस्वतीनगर पहुंच गए लेकिन अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाए।लोगों ने बच्ची को बचाया
पति-पत्नी बच्चे को रेलवे स्टेशन के पास ही फेंकने के बाद फिर प्लेटफॉर्म पर आ गए। लोगों ने जब बच्चे को देखा तो उसे उठा लिया और उसके माता-पिता को खोजने लगे। उधर युवती की मां भी उसे खोजते-खोजते रेलवे स्टेशन पहुंच गई जहां इस मामले का खुलासा हो गया। मां ने बताया कि इसके जन्म के बाद पति उसको ताना देने लगे थे कि यह उसका बच्चा नहीं है। फिर उसने बताया कि बच्चा उसके देवर का है जो 15 साल का है। पति-पत्नी में बच्चे पर विवाद होने के बाद उन्होंने उसको फेंकने की योजना बनाई।चाइल्ड हेल्पलाइन भी मौके पर पहुंची
बच्चे की मां व उसके परिजनों का पता लगते ही चाइल्ड हेल्पलाइन की महिलाकर्मी भी मौके पर पहुंच गईं। बच्चे का इलाज अस्पताल में कराया जा रहा है। उसे फेंकने के केस में युवती के पति को हिरासत में रखा गया है। युवती को मेडिकल के लिए भेजा गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। वहीं बच्चे की नानी उसे अपने साथ ले जाने को तैयार है। एसएचओ जगबीर सिंह ने बताया कि बच्चे का इलाज करा रहे हैं और माता-पिता के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।पति ने कहा- बच्चा मेरा नहीं है
हिरासत में लिए गए पति का कहना है कि वह बच्चा मेरा नहीं है। यह मेरे छोटे भाई का है जो अभी 15 साल का ही है। अगर इस बच्चे को हमलोग रखते तो लोग हमें ताना देते इसलिए उसको फेंकने का हम दोनों ने सोचा। पति-पत्नी दोनों ने कहा कि वह बच्चे को साथ नहीं रखना चाहते, सरकार के हवाले करना चाहते हैं।


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